
चक्रवाती तूफान यास झारखंड में प्रवेश करने के बाद अब उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ रहा है और इस समय रांची-खूंटी जिला सीमा से होते हुए तमार के पास से गुजर रहा है।झारखंड के पठारी इलाकों में प्रवेश करने के बाद चक्रवात कमजोर पड गया है। इस समय 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं और तूफान प्रभावित इलाकों में लगातार वर्षा हो रही है।
खरकाई नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है जबकि पूर्वी सिंहभूम जिले में स्वर्ण रेखा नदी का जलस्तर लगातार बढ रहा है। पूर्वी सिंहभूम जिले के प्रशासन ने नदी के तटबंधों पर रह रहे लोगों को तुरंत सुरक्षित शिविरों में जाने को कहा है।
जमशेदपुर में शास्त्री नगर, भुइयाडिह, मांगो और बाघबेड़ा क्षेत्र के लोगों को भी सतर्क और सावधान रहने को कहा गया है।
सरायकेला खरसवां, पूर्वी सिंहभूम और पश्चिमी सिंहभूम जिलों में 11 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों और शरण स्थलों में पहुंचाया गया है।
यास तूफान कल रात झारखंड में प्रवेश कर गया था। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग, स्थानीय जिला प्रशासन और राष्ट्रीय संकट मोचन बल की टीमें जानमाल के किसी भी नुकसान को रोकने के लिए पूरी तरह सतर्क हैं। रांची, पूर्वी सिंहभूम और सरायकेला खरसवां जिलों में टीकाकरण अभियान दो दिन के लिए रोक दिया गया है।
मौसम विभाग ने सात जिलों में नारंगी संकेतक और चार जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। अगले दो दिनों में बहुत अधिक वर्षा होने का अनुमान है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और स्थानीय प्रशासन की टीमें तूफान के कारण अवरूद्ध हुए सडक मार्गों को खोलने और बिजली आपूर्ति बहाल करने में लगी हुई हैं।