
ज़िन्दगी जीने के तरीके? ज़िन्दगी को सफलता की ओर कैसे बढ़ाएं? ज़िन्दगी में सफलता कैसे हासिल करें।एक सफल जिन्दगी कैसे जिएं।
ज़िन्दगी जीना इतना आसान नहीं है जितना लोग समझते हैं। इसे आसान बनाने के लिए कितनी ही बाधाओं को दूर करना पड़ता है।एक एक कदम चलकर अपनी मन्जिल के सफर का रास्ता कम किया जाता है।तब जाकर मन्जिल मिलती है।मिली हुई सफलता में निरन्तता बनाएं रखना उससे भी बड़ी चुनौती होती है।
अगर अपने जीवन को सफलता की सीढ़ी पर पहुंचाना है तो अपने लिए इनमें से किसे चुनना है ये बात आप पर निर्भर करती है। मैं यहां आपको जिन्दगी जीने के तीन रास्ते बता रहा हूं।आप इनमें से किस रास्ते का चयन किया है अपने आप समझ जाओगे।
आश्रित DEPENDENT
ऐसे व्यक्ति जो दूसरों पर निर्भर रहते हैं,या यूं कहें। ऐसे व्यक्ति जो दूसरों पर आश्रित हैं।

ऐसे व्यक्ति करते तो कुछ नहीं है परन्तु वो अपने जीवन को दूसरों पर आश्रित रहते हैं। इनके लिए सिर्फ दूसरे के दिए गए निर्देशों पर रहना पड़ता है। ऐसे व्यक्तियों को सफलता से कोई लेना-देना नहीं होता है इन्हें सिर्फ अपनी जिंदगी जीने से मतलब होता है। ऐसे व्यक्ति अपना सम्पूर्ण जीवन दूसरों पर आश्रित रखते हैं।
स्वाधीन, आत्मनिर्भर INDEPENDENT ऐसे व्यक्ति जो जिन्दगी में कुछ करने का साहस और सामर्थ्य संकल्प रखतें हैं।

ऐसे व्यक्ति जो अपने खुद के साहस और सामर्थ्य से अपनी महत्त्वाकांक्षाओं को पुर्ण करने का संकल्प लें चले। जिनके अन्दर जीतने की काबीलियत हो।जो दूसरों पर आश्रित ही नहीं रहता है। जिनकी डिक्शनरी में हार शब्द ही नहीं है। ऐसे व्यक्ति या तो बुलन्दियो को हासिल कर नये कीर्तिमान स्थापित करते हैं या फिर बिल्कुल पातालवासी हो जातें हैं। जिनके अन्दर मैं कुछ करूंगा? मुझे कुछ करना है? मेरे लिए कुछ कर दिखाना है? जैसे विचार रहते हैं वे अपने जीवन में नये कीर्तिमान स्थापित करते हैं। दुनिया उनके नाम के उदाहरण देकर अपने आगे की राह बनाते हैं।
परस्परिक निर्भरता, अन्तर्सम्बन्ध POSITIVE INTERDENCE सकारात्मक अन्तर्सम्बन्ध, सकारात्मक निर्भरता।

ऐसे व्यक्ति जो एक दूसरे को सहयोग करके सफलता की ओर बढ़ता है। सामूहिक रूप से किया गया प्रयास भी सफलता की नयी इबारत लिखते हैं।इस सफलता में निरन्तता के साथ अन्तर्सम्बन्ध सकारात्मक ऊर्जावान होने चाहिए। तभी समूह को सफलता मिलती है। इसमें टीम वर्क में कार्य करने की कोशिश रहनी चाहिए। इसमें मेरे पास पैसा है परन्तु जमीन नहीं है एक व्यक्ति के पास केवल ज़मीन है परन्तु पैसा नहीं है। अगर जमीन वाला व्यक्ति पैसे वाले व्यक्ति को साथ लेकर कार्य करता है तो इसमें दोनों के बीच अन्तर्सम्बन्ध सकारात्मक होंगे।