
*दिल्ली के बोर्डरो पर इस कड़कड़ाती सर्दी में चल रहे किसान आंदोलन का फैसला क्या होगा यह भविष्य के गर्भ में छिपा है !*
दिल्ली के बार्डरों पर इस कंपकपा देने वाली सर्दी में चल रहे किसानों के आन्दोलन का फैसला क्या होगा ये भविष्य में तय होगा।
लेकिन अगर आप को असल भारत देखना है तो वहां पर देखो सुबह से ही एक जगह पर ही अल्लाह हूं अकबर, वाहेगुरु सतनाम,व हरे रामा हरे कृष्णा के उदघोष से वातावरण धार्मिक हो जाता है सभी धर्म व उम्र की महिलाओं व पुरूष किसी में कोई भेदभाव नहीं हर महिला को चारों तरफ अपने परिवार जैसा माहौल लगता है आस पास के घरों में महिलाओं को स्नान आदि करने की लोग सुविधा दे रहे हैं पढ़ी लिखी लड़की वह लड़के बुजुर्गो की सेवा कर रहे हैं लंगर बना रहे हैं ऐसा नजारा शायद ही लोगों ने पहले देखा हो
इतिहास का अबतक का यह पहला आंदोलन होगा जिसकी तारीफ देश में ही नहीं बल्कि विदेशों तक में हो रही है
निवेदक आपका अपना –
*इंजीनियर गुलशेर राणा*
*49-दक्षिण विधानसभा*
*समाजवादी पार्टी मेरठ*