
डग्गामार वाहन चालक त्यौहारों पर खुब फायदा उठाते हैं।
डग्गामार वाहन चालक त्यौहारों पर खुब सिद्धांतों का उल्लंघन करते बल्कि लोगों की खुशियों में से हिस्सा काट लेते हैं। किराए के रूप में लोगों की जेबों पर डग्गामार वाहन चालक खूब चांदी काटते है। डग्गामार वाहन चालक त्यौहारों पर अपने मन मुताबिक किराये में बढ़ोत्तरी कर देते हैं।
डग्गामार वाहनों से लोगों को आने जाने के लिए अपनी जेब ढ़ीली करना पड़ता है।जब भी कोई त्यौहार आता है तो लोग त्यौहार का जश्न मनाने अपनों से मिलने दूर दराज से आते है और जब अपने जिले में आते ही इन डग्गामार वाहनों से मिलना होता है तो खुशियों के रंगों में तब्दीली आ जाता है।
बुलंदशहर भूड चौराहे से लाल कुआं गाजियाबाद के लिए भारी संख्या में डग्गामार वाहनों का रेला लगा है ये डग्गामार वाहन सरकार के सभी नियम कायदों को ताक पर रखकर अनापसनाप किराया तो बसूलते है ही ट्राफिक को भी जाम करते हैं। बल्कि सुव्यवस्था में भी बाधा उत्पन्न करतें हैं। रास्ते में गन्दगी के भी ढेर लगा देते हैं

लाल कुआं गाजियाबाद से बुलन्दशहर भूड चौराहे तक का किराया सरकरी नियमों के अनुसार 74₹ है। यहां से ये डग्गामार वाहन चालक त्यौहारों पर चार गुना अधिक किराया बसूलते है।

त्यौहारों पर अधिकांस बसों की किल्लत हो जाती है क्योंकि त्यौहारों पर अधिकांस लोग अपने अपने घरों में खुशियां मनाने दूर दराज से आते है तो यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हो जाती है।जिस का फायदा परिवहन विभाग तो उठा नहीं सकता परन्तु ये डग्गामार वाहनों चालकों को एक सुनहरा मौका सावित होता है।
