
जल का दुरपयोग भी मुख्य कारण होता है गांव में जलभराव का कारण।
जल है तो कल है ।ये स्लोगन को आपने कई बार सुना होगा लिखा देखा होगा, पढ़ा भी होगा। बचपन से लेकर आज तक आपने कितनी ही बार इसे दोहराया होगा। परन्तु इस स्लोगन को कितना सार्थक सिद्ध करते हैं इस पर कभी विचार तक नहीं किया होगा। क्यों?
क्योंकि हम कभी भी अपने बनाये नियमों पर कभी भी खरे नहीं उतरे बल्कि सब नियमों कायदे कानूनों के विपरित जा कर कार्य करने की आदत होती है हम सबको।
जल हर घर में प्रत्येक व्यक्ति की आवश्यकता है।जल का सही इस्तेमाल होना बहुत ही जरूरी है। आवश्यकता से अधिक जल का दुरपयोग करना इस क्षेत्र के लोगों का आम हो गया है।हर सम्पन्न परिवार में जमीन से जल निकासी के आधुनिक यन्त्र स्थापित हो गए हैं। बिजली विभाग भरपुर आपूर्ति उपलब्ध करा रहा है। हाथों से नल खींचना पड़ता नहीं है।
जल है तो कल है।
जल का जमीन से अन्धाधुंध निकलना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। उससे भी ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण निकले हुए जल को संचय करने की व्यवस्था का न होना।